बरेलीः मार्च में बरेली सिटी से कासगंज तक दौड़ सकती हैं इलेक्ट्रिक ट्रेनें

बरेली जंक्शन से सिटी स्टेशन तक ओएचई वायरिंग का काम शुरू


 

रेल अधिकारी बोले, 26 फरवरी के बाद कराया जाएगा कासगंज-उझानी खंड पर इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल


बरेली। महाशिवरात्रि पर रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे को जोड़ने वाले रेल खंड पर विद्युतीकरण का कार्य आरंभ कर दिया। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह कार्य काफी जटिल था, जिसे भोलेनाथ के आशीर्वाद से सफलता पूर्वक शुरू कर दिया गया। इस रेल खंड के पूरा होते ही बरेली सिटी से कासगंज तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। मार्च में सीआरएस का निरीक्षण होने के बाद इस रेल खंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलना भी शुरू हो जाएंगी।
यहां बता दें कि इस रेल खंड के मध्य दो रेल अंडरब्रिज/ दो रेल ओवरब्रिज पड़ते हैं, जहां पर तारों को खींचना बहुत ही चुनौती पूर्ण कार्य था, जिसे आज इज्जतनगर मंडल के ऑपरेटिंग विभाग और आरएलडीए के अधिकारियों ने बहुत ही अच्छे ढंग से अंजाम दिया। इसके बाद कासगंज से बरेली सिटी तक 105 किलोमीटर की वायरिंग पूरी हो जाएगी।
आरवीएनएल के प्रबंधक (इलेक्ट्रिक) जगन्नाथ मिश्रा ने बताया कि मार्च 2020 में बरेली सिटी से कासगंज रेलखंड के रेल विद्युतीकरण का रेल संरक्षा आयुक्त निरीक्षण करेंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कासगंज-उझानी तक 25000 वोल्ट से चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 26 फरवरी के बाद इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल भी कराया जाएगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो मार्च में यात्री इस खंड पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनों से यात्रा कर सकेंगे। यहां बता दें कि बरेली में विद्युतीकरण का कार्य आरवीएनएल के प्रबंधक कृष्ण मोहन विश्वकर्मा, आरसी शर्मा, चंद्र भान, सुदीप्तो राय, पार्थ बसु आदि के दिशा निर्देशों पर हो रहा है।